चन्दन सेनगुप्ता पश्चिम बंगाल के होनहार चित्रकार, जिनकी एक कविता 'ओसमान बन्दा ओ आमार रात' आपने हाल ही में हमारे ब्लॉग पर मूल बंगला में पढ़ी है, अब प्रस्तुत है उनकी कुछ पेंटिंग्स। पेंटिंग्स में आजकल इनका मन कुछ ज्यादा ही लगता है।
सुप्रकाशनाथ पिछले २० सालों से चित्रकारी कर रहे हैं, मूल रहनवारी पश्चिम बंगाल के उत्तर २४ परगनास में, फिलहाल दिल्ली में डेरा । (पता - 77A, प्रथम तल, हरिनगर आश्रम, दिल्ली-14, मो, 09911079473 ) यहाँ प्रदर्शित हैं उनके कुछ चित्र -